ब्यूरो:-
करुणामूलक आधार पर नौकरी न मिलने से निराश प्रदेश अभ्यर्थियों ने आवाज बुलंद कर दी है। प्रदेश के सैकड़ों अभ्यर्थी 20 अक्तूबर से शिमला में भूख-हड़ताल शुरू करेंगे। इस बाबत हिमाचल प्रदेश करुणामूलक महासंघ द्वारा गूगल मीट के माध्यम से राज्य स्तरीय ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता पमिल कुमार ने की।
इस दौरान 85 करुणामूलक आधार पर नौकरी के अभ्यर्थियों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष पमिल कुमार ने कहा की महासंघ कई सालों से अपनी मांग को लेकर संघर्षरत है, लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा इन परिवारों के लिए कुछ भी नहीं कर रही है। वहीं अब महासंघ ने निर्णय लिया है कि 20 से 26 अक्टूबर तक शिमला में भूख हड़ताल का आयोजन किया जाएगा।
इसमें सैकड़ों लोगों ने भूख हड़ताल में भाग लेने की हामी भर ली है। उन्होंने कहा अगर प्रदेश सरकार फिर भी नहीं मानी, तो 27 अक्तूबर से आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में करीब 4500 मामले सरकार व अनेक विभागों में लंबित पड़े हुए हैं। इन परिवारों को रोजी-रोटी परिवार के लालन पालन के लाले पड़ गए हैं।
उन्होंने कहा कि वे कई बार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, स्थानीय विधायकों, मंत्रियों के साथ मांगों को लेकर मिल चुके हैं, लेकिन उन्हें अभी तक आश्वासन के सिवा कुछ भी हाथ नहीं लगा है। इसके ठीक दूसरी ओर सरकार इन मामलों को नौकरी न देकर बाहर का रास्ता दिखा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दिन प्रतिदिन नई-नई नीतियां लाकर इन परिवारों को जलिल कर रही है। इस मौके पर उपाध्यक्ष अजय कुमार, कोषाध्यक्ष संजीव कुमार, रणजीत चौधरी, राहुल राज, विपिन कुमार, भूतेश्वर कुमार सहित अन्य उपस्थित रहे।