हेमलता मंडी
हिमाचल प्रदेश प्रवास पर आए संस्कार भारती के अखिल भारतीय राष्ट्रीय संगठन मंत्री दादा अभिजीत गोखले ने जिला मण्डी के प्रवास पर सतगुरु प्रताप सिंह सत्संग नामधारी गुरुद्वारा, राम नगर, मण्डी में जिला मण्डी के कार्यकर्ताओं व लोक कलाकारों के साथ बातचीत कर संस्कार भारती के कार्य पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया’संस्कार भारती, की स्थापना ललित कला के क्षेत्र में राष्ट्रीय चेतना लाने का उद्देश्य सामने रखकर की गयी थी। इसकी पृष्ठभूमि में भाऊराव देवरस, हरिभाऊ वाकणकर, नानाजी देशमुख, माधवराव देवले और योगेन्द्र जी जैसे मनीषियों का चिन्तन तथा अथक परिश्रम था। 1958 से संस्कार भारती की परिकल्पना विकसित होती गयी और 1981 में लखनऊ में इसकी बिधिवत स्थापना हुई। 1988में फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी (रंगभरी एकादशी) को मीरजापुर इकाई का गठन किया गया। कला वह है जो बुराइयों के बन्धन काटकर मुक्ति प्रदान करती है‘‘ के घोष-वाक्य के साथ आज देशभर में संस्कार भारती की 1200 से अधिक इकाइयाँ कार्य कर रही हैं।’
समाज के विभिन्न वर्गों में कला के द्वारा राष्ट्रभक्ति एवं योग्य संस्कार जगाने, विभिन्न कलाओं का प्रशिक्षण व नवोदित कलाकारों को प्रोत्साहन देकर इनके माध्यम से सांस्कृतिक प्रदूषण रोकने के उद्देश्य से संस्कार भारती कार्य कर रही है। 1990 से संस्कार भारती के वार्षिक अधिवेशन कला साधक संगम के रूप में आयोजित किये जाते हैं जिनमें संगीत, नाटक, चित्रकला, काव्य, साहित्य और नृत्य विधाओं से जुड़े देशभर के स्थापित व नवोदित कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं।’
भारतीय संस्कृति के उत्कृष्ट मूल्यों की प्रतिष्ठा करने की दृष्टि से राष्ट्रीय गीत प्रतियोगिता, कृष्ण रूप-सज्जा प्रतियोगिता, राष्ट्रभावना जगाने वाले नुक्कड़ नाटक, नृत्य, रंगोली, मेंहदी, चित्रकला, काव्य-यात्रा, स्थान-स्थान पर राष्ट्रीय कवि सम्मेलन आदि बहुविध कार्यक्रमों का आयोजन संस्कार भारती द्वारा किया जाता है।’’इस अवसर पर हिमाचल प्रान्त संस्कार भारती के अध्यक्ष डॉ नन्दलाल ठाकुर, उपाध्यक्ष रविंदर सिंह आर्य, महामंत्री आचार्य विजय,कोषाध्यक्ष विजय शर्मा, प्रचार प्रमुख कुशल कुमार , साहित्य विधा प्रमुख डॉ इंद्र सिंह ठाकुर जिला मण्डी के सयोंजक संजय, धर्मेंद्र शर्मा , मांडव्य कला मंच के संस्थापक व संस्कृतिकर्मी कुलदीप गुलेरिया, रंगकर्मी सिमा शर्मा संगीतविधा प्रमुख डॉ हेमराज चन्देल साहित्यविधा से अरुण गुलेरिया, बी एल कपूर, चित्रकला विधा से राजेश कुमार व अन्य कलाकार साहित्य कार रंगकर्मी, बैठक में उपस्थित रहे।