संवाद सहयोगी
हमीरपुर :- पुलिस थाना सदर के तहत झनियारा गांव में एक नाबालिग लड़की ने फंदा लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली है। इस विपदा की घड़ी में भी शव के पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को यहां-वहां भटकना पड़ा। मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में शव का पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया गया और यहां से पोस्टमार्टम के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
टांडा जाने के लिए भी गरीब प्रवासी परिवार को अपने खर्चे से वाहन ले जाने के लिए कहा गया लेकिन, परिजनों के पास वाहन का किराया तक नहीं था। थक हार के गरीब परिवार ने सीटू कमेटी के पदाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई। वहीं सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉ. कश्मीर सिंह की अगुवाई में परिजन उपायुक्त हमीरपुर से मिले। उपायुक्त ने आरकेएस के खर्चे पर शव को पोस्टमार्टम के लिए टांडा भेजा।
झनियारा में रह रहे एक प्रवासी परिवार की 15 वर्षीय बेटी ने मंगलवार रात को फंदा लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। जब शव को मेडिकल कॉलेज हमीरपुर लाया गया तो यहां के एकमात्र फोरेंसिक एक्सपर्ट के छुट्टी पर होने का तर्क देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए कहा गया। मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके अग्निहोत्री ने कहा कि यह लड़की के सुसाइड का मामला है। ऐसे में फोरेंसिक एक्सपर्ट पोस्टमार्टम टीम में होना जरूरी है। मेडिकल कॉलेज हमीरपुर का फोरेंसिक एक्सपर्ट छुट्टी पर है। जिस वजह से शव को पोस्टमार्टम के लिए टांडा ले जाने के लिए कहा गया। मेडिकल कॉलेज का इकलौता वाहन अन्य व्यक्ति का शव लेने गया था। उसकी कोराना से मौत हुई है।
उपायुक्त हमीरपुर देवश्वेता बनिक ने कहा कि परिजनों ने उनसे मुलाकात की है, उनकी हर संभव मदद की जाएगी। एसडीएम को निर्देश दिए गए हैं। शव के लिए प्रशासन की ओर से गाड़ी भेजी गई है। एसएचओ सदर संजीव गौतम ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्जकर छानबीन शुरू कर दी है।