संवाददाता अमित कुमार शाहतलाई
आज झंडुत्ता स्वास्थ्य खंड के अंतर्गत सिविल अस्पताल बरठीं तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कपाहड़ा में स्वास्थ्य जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया।
इन शिविरों की अध्यक्षता खन्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ अरविंद टंडन ने की।स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला में स्वास्थ्य उपकेंद्र छत्त, मुंडखर, बैहल, करलोटी, सुन्हानी, बलोह, मलांगण तथा कोटलु की आशा कार्यकर्ताओं तथा महिला एवं पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं सहित लगभग 75 स्वास्थ्य कर्मियों ने भाग लिया।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से खंड स्वास्थ्य शिक्षक रमेश चंदेल ने जिन कार्यक्रमों की जानकारी दी उनमें आयोडीन अल्पता, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आशाओं हेतु चलाई जा रही सुरक्षा बीमा योजनाएं , गैर संचारी रोगों को मॉनिटर करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक कार्डों का अद्यतन, ग्रामीण स्वास्थ्य समितियों के क्रियाकलाप, क्षय रोग मुक्त हिमाचल, डेंगू, स्क्रब टायफस, पोषण अभियान, जननी सुरक्षा योजना तथा राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम शामिल रहे।
करोना प्रोटोकॉल की भी अद्यतन जानकारी देते हुए डा अरविंद टंडन ने कहा कि वर्तमान में कोरोना पॉजिटिव रोगियों को, जिनमें लक्षण नहीं है या बहुत सूक्ष्म लक्षण हैं, घरों में रखा जा रहा है। इस हेतु उनके लिए अलग कमरा, अलग शौचालय, अलग स्नानागार , अलग भोजन तथा वस्त्र व्यवस्था तथा कचरे के निपटान की उचित व्यवस्था होनी चाहिए।
ठंड स्वास्थ्य शिक्षक रमेश चंदेल ने आगे बताया कि संबंधित व्यक्ति को पल्स ऑक्सीमीटर, ब्लड प्रेशर मॉनिटर तथा थर्मामीटर का प्रबंध करने के लिए भी कहा जाता है।साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से दवाओं की पूर्ण किट उसी दिन दी जाती है तथा पौज़िटिव व्यक्ति की देखरेख के लिए एक 55 वर्ष की आयु से नीचे पूर्ण रूप से स्वस्थ व्यक्ति ‘देखभाल करता’ के रूप में रखना होता है ।
स्वास्थ्य शिक्षक रमेश चंदेल ने इस अवसर पर ‘भांग-अफीम समाप्ति’ पर उपस्थित स्टाफ को शपथ भी दिलवाई तथा भांग के पौधे भी नष्ट किए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता, धर्म सिंह, विमला ठाकुर, सरिता, सुनीता, प्रेमलता रामप्यारी, सरोज कुमारी तथा आशा कार्यकर्ता सुषमा नरवदा, रेनू, प्रेमलता, आशा कुमारी, रामकली, रीना, वंदना, जमना, विजय कुमारी, मीना कुमारी, रीता, कमल कुमार, सुरेश कुमार आदि उपस्थित रहीं।