बॉलीवुड क्वीन कंगना रणौत ने गुरुवार को महाराष्ट्र की उद्धव सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने सोशल मीडिया में कहा कि मेरे कर्मस्थान को श्मशान बनाकर न जाने कितने लोगों का रोजगार छीन लिया। एक फिल्म यूनिट कई 100 लोगों को रोजगार देती है। एक फिल्म रिलीज होकर थिएटर से लेकर पॉपकॉर्न बेचने वाले का घर चलाती है।
हम सबसे रोजगार छीनकर वे लोग पीएम मोदी के जन्मदिवस पर राष्ट्रीय रोजगार दिवस मना रहे हैं। अपने मुंबई वाले घर ऑफिस पर बुलडोजर चलाने के बाद की फोटो शेयर करते हुए कंगना ने कहा कि जो कभी मंदिर था, उसे कब्रिस्तान बना दिया, देखो मेरे सपनों को कैसे तोड़ा, यह बलात्कार नहीं?।
एक शेयर के माध्यम से अपना दर्द बताते हुए कहा- एक उम्र बीत जाती है घर बनाने में और तुम आह भी नहीं करते बस्तियां जलाने में। कंगना का कहना है कि यह बलात्कार है मेरे सपनों, मेरे हौसलों, मेरे आत्म-सम्मान और मेरे भविष्य का। ऑफिस को तोड़ना तथाकथित नारीवादी कानून के तहत अवैध भवन को तोड़ना बता रहे हैं।
केस जीतने पर क्या लोग उनसे माफी मांगेंगे। मैं एक क्षत्राणी हूं। सर कटा सकती हूं, लेकिन सर झुका नहीं सकती। राष्ट्र के सम्मान के लिए हमेशा आवाज बुलंद करती रहूंगी। मैंने मान-सम्मान, स्वाभिमान के साथ अब तक जिंदगी जी है। गर्व से राष्ट्रवादी बनकर जीती रहूंगी। सिद्धांतों के साथ कभी समझौता नहीं करूंगी।