ब्यूरो
कोरोना का संकट अभी कम नहीं हुआ है, बल्कि आगामी तीन-चार महीनों में यह और ज्यादा बढ़ने वाला है। सर्दी के मौसम को देखते हुए आने वाले महीने काफी चुनौतीपूर्ण होंगे, क्योंकि इसी दौरान एक तो शिक्षण संस्थान खुलेंगे, दूसरा पंचायतों और नगर निकायों के चुनाव होने हैं। इसलिए सभी विभागों के अधिकारी इन तीन-चार महीनों के लिए एक पुख्ता एवं प्रभावी योजना तैयार करें तथा इसे तुरंत लागू करें।
वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने बुधवार को हमीरपुर में कोरोना की ताजा स्थित की अपडेट के लिए आयोजित बैठक में कहे। श्री पठानिया ने कहा कि वह स्वयं हर 15 दिन के बाद स्थिति की समीक्षा करेंगे। उन्होंने चिकित्सकों, प्रशासनिक अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण के शिकार लोगों विशेषकर गंभीर मरीजों की काउंसिलिंग करने तथा उनसे दिन में कम से कम तीन-चार बार बात करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक के बाद वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने एनआईटी परिसर स्थित कोविड केयर सेंटर का भी दौरा किया तथा वहां उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। वहीं उपायुक्त देव श्वेता बनिक ने बताया कि आम लोगों को कोरोना संबंधी सावधानियों के प्रति जागरुक करने के लिए जिला में एक व्यापक अभियान की रूपरेखा तैयार की गई है।
ईको टूरिज्म के रूप में विकसित होंगे जोत-पराशर :- प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में बहुत कुछ करने को है। यहां बहुत सारे रमणीक स्थल हैं, जिन्हें बिना छेड़छाड़ किए विकसित किया जा सकता है। हम ईको टूरिज्म को अधिक से अधिक बढ़ाना चाहते हैं। यह कहना है वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया का। बुधवार को अपने हमीरपुर दौर के दौरान पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने बताया कि चंबा जिला के जोत और मंडी के पराशर को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित करने की योजना बनाई जा रही है।