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मंडी, 28 अक्तूबर :- केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए श्रम कानूनों के विरोध में बुधवार को भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले आशा वर्कर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने श्रमिक विरोधी संशोधन के विरोध में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, श्रममंत्री संतोष गंगवार के नाम ज्ञापन सौंपा। संघ प्रदेश प्रभारी अशोक कुमार ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं-सहायिकाओं, मिड डे मील और सिलाई अध्यापिकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करने और एनटीटी को भी किसी विभाग में समायोजित करना और उनको न्यूनतम वेतन अठारह हजार वेतन प्रतिमाह देने की मांग उठाई गई। श्रम संहिताओं में श्रमिकों के हितों के विरुद्ध जो प्रावधान किए गए हैं, उस पर भारतीय मजदूर संघ को कड़ी आपत्ति है।
धर्मशाला में भी धरना :- कांगड़ा जिला के मुख्यालय धर्मशाला में भारतीय मजदूर संघ ने धरना-प्रदर्शन किया।इस दौरान संघ ने कर्मचारी विरोधी श्रम कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए ज्ञापन भी सौंपा।