हेमलता मंडी :- भारत की जनवादी नौजवान सभा क्षेत्रीय कमेटी बाली चौकी ने किसान संगठनों के आवाहन पर आज भारत बंद का समर्थन करते हुए बाली चौकी तहसील कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को नौजवान सभा जिला अध्यक्ष महेंद्र राणा व बाली चौकी किसान सभा संयोजक प्रकाश चंद ने संबोधित किया ।उन्होंने कहा मोदी सरकार जब से सत्ता में आई है, निरंतर किसान, मजदूर नौजवान विरोधी निर्णय लेती रही है ।अभी जब पूरे देश के अंदर लॉकडाउन था तो जून में मोदी सरकार ने किसानों की कृषि से संबंधित तीन अध्यादेश लाए और जब इन अध्यादेशों को संसद में कानून बनाना था तो बिना स्टैंडिंग कमिटी में चर्चा किए बगैर,संसद में चर्चा किए बिना अध्यादेश को पारित कर कर दिया ।
यह प्रक्रिया पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। तीनों अध्यादेश किसानों की कृषि को बड़े-बड़े कॉर्पोरेट के पास गिरवी रखने का षड्यंत्र है। जो पहला अध्यादेश पारित किया गया जिसमें सीधे तौर पर एमएसपी और एपीएमसी यानी मंडी सिस्टम को खत्म करने का षड्यंत्र है और दूसरे अध्यादेश के जरिए मोदी सरकार ने किसानों की खेती को बड़े बड़े कॉर्पोरेट के सामने गिरवी रखने की योजना बनाई है ।
तीसरे अध्यादेश में जिसमें की आवश्यक खाद्य वस्तु अधिनियम में बदलाव करते हुए पांच महत्वपूर्ण फसलें आलू, दाल ,तिलहन ,खाद्य तेल, अनाज ,पयाज को आवश्यक वस्तु अधिनियम से बाहर करते हुए उनके भंडारण की खुली छूट देते हुए कालाबाजारी का षड्यंत्र है। मोदी सरकार के यह तीनों अध्यादेश ना केवल किसान विरोधी है बल्कि आम उपभोक्ता की जेब में डाका डालने वाले हैं ।इसलिए नौजवान सभा मांग करती है कि मोदी सरकार शीघ्र अति शीघ्र किसानों के हित में काम करें और तीनों अध्यादेश को वापस ले।