संवाददाता अमित कुमार शाहतलाई
बिलासपुर जिला में मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बागबानी विभाग काफी कसरत कर रहा है। इच्छुक किसान बागबानों को बाकायदा ट्रेनिंग करवाई जा रही है और इस बार भी ट्रेनिंग कराई जाएगी, लेकिन कोरोनाकाल के चलते यह ऑनलाइन होगी। मशरूम खेती के लिए प्रत्येक बागबान को विभाग की तरफ से सबसिडी के तौर पर मशरूम के चार सौ बैग दिए जाने का प्रावधान है।
खास बात यह है कि मशरूम विक्रय के लिए ट्रांस्पोर्टेशन की व्यवस्था भी की जाएगी। बागबानी विभाग बिलासपुर के उपनिदेशक डा. विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि जिला में मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के लिए हरस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इस बाबत विभिन्न माध्यमों से जनता को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में कलस्टर स्तर पर कंदरौर, दगसेच, प्राहू और कपाहड़ा क्षेत्रों में किसान-बागबान मशरूम उत्पादन से जुड़े हुए हैं और बड़े स्तर पर इसका उत्पादन कर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से समय-समय पर ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत बागबानों को मशरूम खेती के लिए ट्रेंड किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बार ट्रेनिंग का शेड्यूल नवंबर में तय किया जाएगा। इसके तहत चिन्हित किसान बागवानों को छह दिन की ट्रेनिंग डायरेक्टरेट ऑफ मशरूम रिसर्च इंस्टीच्यूट चंबाघाट सोलन में करवाई जाएगी। कोरोना की वजह से इस मर्तबा ट्रेनिंग ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत कराए जाने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि किसान बागवान घर बैठे ही ऑनलाइन मशरूम उत्पादन के साथ ही खाद तैयार करने की विधि जानेंगे। ट्रेनिंग के लिए 40 बागबान चयनित किए जाएंगे। डा. विनोद कुमार शर्मा के अनुसार आने वाले समय में बडे़ स्तर पर जिले में मशरूम उत्पादन किया जाएगा, जिसके लिए विभाग हरसंभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं से आहवान किया है कि मशरूम की खेती उनके लिए स्वरोजगार का एक बेहतर विकल्प हो सकती है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा बेरोजगार युवाओं को आगे आना चाहिए और घर बैठे अच्छा खासा मुनाफा अर्जित कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग फ्री कराई जाएगी जबकि मशरूम विक्रय के लिए ट्रांस्पोर्टेशन की व्यवस्था भी विभाग की ओर से कराई जाएगी।
उन्होंने बताया कि जिला में मशरूम उत्पादन की काफी संभावनाएं हैं और काफी किसान इस खेती से सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। वहीं, उपनिदेशक बागबानी विभाग बिलासपुर डा. विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि बिलासपुर जिला में मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। हर साल निःशुल्क ट्रेनिंग कराई जाती है। हालांकि इस बार कोरोना संकट की वजह से ट्रेनिंग ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत कराई जाएगी। नवंबर महीने में चयनित लोगों को छह दिन की ट्रेनिंग चंबाघाट सोलन में कराई जाएगी। इसके तहत किसान बागबानों को मशरूम उत्पादन के साथ ही खाद तैयार करने की विधि भी सखाई जाएगी।