करियर प्वाईंट विश्वविद्यालय ने भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर एक दिवसीय बैबिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्या प्रवक्ता वि वि के प्रतिकुलाधिपति प्रो० पी एल गौतम, शूलीनी विश्वविघालय के कुलपति प्रो. पी. के. खोसला व कुलपति प्रो० के एस वर्मा व प्रो. नागेश ठाकुर थे।
प्रो० पी एल गौतम जी ने अपने व्याख्यान में उच्च शिक्षा प्रणाली में मल्टीएग्जीट व मल्टीएंटरी का विद्यार्थियों को क्या फायदें होंगे इसके बारे में विस्तार से बताया, जिसमें उन्होंने कहा कि अगर कोई छात्र किसी कोर्स को बीच में छोड़कर दूसरे कोर्स में एडमिशन लेना चाहे तो वो पहले कोर्स से एक खास निश्चित समय तक ब्रेक ले सकता है और दूसरा कोर्स ज्वाइन कर सकता है और इसे पूरा करने के बाद फिर से पहले वाले कोर्स को जारी रख सकता है। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली से देश में रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा तथा रट कर पढ़ने की संस्कृति से बच्चों को छुटकारा मिलेगा।
प्रो० पी के खोसला जी ने अपने व्याख्यान में आधुनिक व प्राचीन शिक्षा प्रणाली के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला का उदाहरण देते हुए बताया कि उस समय भी विद्यार्थियों के लिए उनकी रूची के अनुसार हर तरह के विषयों को पढ़ाया जाता था तथा नई शिक्षा प्रणाली के अर्न्तगत विद्यर्थियों को एक बार फिर से मौका मिला है कि वह अपनी इच्छानुसार मल्टीडिसकीप्लीनरी शिक्षा प्राप्त कर विभिन्न क्षंेत्रो में अपना भविष्य उज्जवल कर सकता है इसके अतिरिक्त उन्होंने रिसर्च पर भी फोकस करने को कहा।
प्रो० के एस वर्मा जी ने अपने व्याख्यान में कहा कि उच्च शिक्षा संस्थान सिर्फ डिग्री देने तक सीमित थे लेकिन नई शिक्षा प्रणाली के तहत विद्यार्थियों को इस तरह से तैयार करना है कि उन्हें अपने आस-पास की सामाजिक समस्याओं को समझकर स्ंवय ही समाधान निकालना होगा।इसके अतिरिक्त प्रो. वर्मा ने गर्वनेंस, प्रावधान,फलेक्सिबिलिटी, एकेडमिकड इंटीग्रेटी आदि के बारे में विस्तारपूर्वक बताया इस बेबिनार में देश के लगभग सभी राज्यों से व विदेश से अमेरीका, कतर कीनिया व अफगानिस्तान आदि देशों से करीब 200 से अधिक शिक्षको, शोधकर्ताओं, मीडिया परसन तथा सामाजिक कार्यक्रताओं एवं विभिन्न विभागों के व्यक्तियों ने ऑनलाइन माध्यम से सुना।
कार्यक्रम के अंत में बेविनार से जुडे लोगों के प्रश्नों का प्रवक्ताओं ने उतर दिये तथा उन्नत भारत की समन्वयक डा. शशि पूनम ने इस प्रोगाम से जुडे सभी सदस्यों का धन्यवाद प्रकट किया।