ब्यूरो:-
प्रदेश सरकार ने साफ कर दिया है कि वह प्याज नहीं बेचेगी, लेकिन बाजार में प्याज के दामों पर सरकार की निगरानी पूरी तरह से रहेगी। किसी भी तरह की जमाखोरी और तय रेट से ज्यादा दाम लेने वाले दुकानदारों पर नकेल कसी जाएगी। ऐसे दुकानदारों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने के मूड में सरकार है। सरकार अभी महाराष्ट्र से आने वाली नकदी फसल का इंतजार कर रही है और उम्मीद है कि फसल आ जाने के बाद प्याज के दामों में गिरावट आ जाएगी। खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने भी कहा है कि प्याज के दामों में बढ़ोतरी टेंपरेरी चीज है, जो कि जल्द ही कम भी हो जाएगी। राज्य सचिवालय में खाद्य आपूर्ति मंत्री ने विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक ली। बैठक में प्याज के बढ़े हुए दामों पर मुख्य रूप से चर्चा की गई।
इसके अलावा अन्य मसलों को लेकर भी मंत्री के साथ वार्ता हुई। प्याज को लेकर हुई चर्चा में कहा गया कि विभाग बाजारों में उतर कर निरीक्षण करे और जांचे कि कहीं प्याज की जमाखोरी, तो नहीं की गई है। इसके अलावा यह भी तय किया जाए कि कहीं दुकानदार तय रेट से ज्यादा तो प्याज नहीं बेच रहे हैं।
मंत्री ने विभाग को आदेश दिए कि वह ऐसे दुकानदारों पर लगाम लगाए, जो नियमों को ताक में रखकर यह काम कर रहे हैं। गौरतलब है कि इन दिनों राज्य में प्याज के दाम आसामान छू रहे हैं। राजधानी शिमला में ही प्याज 80 रुपए किलो बिक रहा है। जबकि कई जगहों पर प्याज का रेट 100 रुपए किलो भी बिक रहा है। ऐसे में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
आलू के दाम भी 50 रुपए प्रतिकिलो से ज्यादा हैं। अब सरकार आलू, प्याज के दामों को कंट्रोल करने के लिए एक्शन मोड पर है। विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों को बाजार में जाकर ये चैक करना होगा कि कहीं ज्यादा दामों पर तो ये बस नहीं बेचा जा रहा है