ब्यूरो:-
एक बार फिर रोहतांग रोप-वे बनने से पहले ही चर्चाओं में आ गया है। कोरोड़ों रुपए की लगात से बनने वाले रोप-वे को लेकर जहां सरकार पहले ही ग्रीन सिग्नल दे चुकी है, वहीं अब मनाली के टैक्सी ऑपरेटर्ज ने इसके विरोध में अपने स्वर बुलंद कर दिए हैं। टैक्सी ऑपरेटर्ज ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर रोहतांग रोप-वे बना, तो वह सड़कों पर उतर अपने आंदोलन तेज कर देंगे, वहीं टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष ने तो आत्मदाह तक करने की चेतावनी दे डाली है। हिम आंचल टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष गुप्त राम मारुति ने कहा कि रोहतांग दर्रे के लिए बनने वाला रोप-वे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रोहतांग दर्रे से प्रदेश ही नहीं, देश भर के लोगों का रोजगार जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि रोहतांग रोप-वे से हजारों परिवार बेरोजगार हो जाएंगे। गुप्त राम ने कहा कि टैक्सी यूनियन रोहतांग रोप-वे का विरोध करती है।
उन्होंने कहा कि इसके विरोध में वह आत्मदाह तक करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि रोहतांग दर्रे के अलावा मनाली में किसी भी पर्यटन स्थल को विकसित नहीं किया गया है। एकमात्र पर्यटन स्थल होने के कारण हर साल रोहतांग दर्रे पर पर्यटकों का बोझ बढ़ा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने रोहतांग दर्रे को रोप-वे से जोड़ने की पहल कर दी है, जो पर्यटन कारोबारियों के लिए सही नहीं है। मनाली के चौपट होते पर्यटन व्यवसाय को जिंदा रखने के लिए लामाडुग, चंद्रखणी, हामटा या अन्य दूसरे पर्यटन स्थलों को भी रोप-वे से जोड़ना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि पर्यटन कारोबारियों की सहमति के बिना रोहतांग दर्रे को रोप-वे से जोड़ने की पहल की गई है तथा सरकार ने औपचारिकताएं पूरी करना भी शुरू कर दी है, जो उचित नहीं हैं। गुप्त राम ने कहा कि टैक्सी यूनियन ही नहीं, रोहतांग से जुड़े हर कारोबारी व अधिकतर लोग इस रोप-वे के पक्ष में नहीं हैं। सरकार इस रोप-वे के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, जो उनकी समझ से परे है। उन्होंने कहा कि यह रोप-वे रोहतांग के बजाय अनछुए पर्यटन स्थलों में लगाया जाए, ताकि मनाली को भी नए पर्यटन स्थल मिल सकें। इस अवसर पर समस्त कार्यकारिणी के पदाधिकारी व दर्जनों सदस्य मौजूद रहे।