संवाददाता हेमलता मंडी
मंडी :- इसे जुनून ही कहा जाएगा कि पुलिस विभाग से सेवानिवृत होने वाले मंडी षहर के अप्पर रामनगर मंगवाई के एक षख्स रामकृश्ण ने कुछ साल पहले दस किलो की मूली अपने खेत में उगाकर सबको हैरत में डाल दिया तो बीते साल उसने बल्ह के नलसर स्थित अपने खेत में अढाई अढाई किलो के चुकंदर उगा डाले। अब उन्होंने मंडी षहर में ही मल्लिका किस्म का आम अपने घर में तैयार कर दिया।
रोचक तो यह है कि मल्लिका किस्म आमों की उम्दा किस्मों में एक है जो अब तक बाहर से ही आता है मगर मंडी में तैयार नहीं होता है। राम कृश्ण तो पुलिस विभाग से एएसआई सेवानिवृत हुए हैं ने बताया कि पुलिस में कार्यरत द्रंग पाली के उसके दोस्त मान सिंह ने दस साल पहले उसे मल्लिका आम की एक कलम देकर इसे लगाने की सलाह दी। अपनी रूचि के अनुसार उसने अपने घर के पास उगे स्थानीय आम के पौधे पर इस कलम को लगा दिया।
कुछ साल बाद इसमें फल आने लगे और इस बार तो इस पौधे पर लगभग एक क्विंटल आम लग गए हैं। उसने बताया कि यह आम देरी से तैयार होता है मगर मंडी में बंदरों के डर के चलते उसने इसे कुछ जल्दी उतार लिया। एक एक आम पौना पौना किलो का है। इसे पकाने के लिए किसी भी दवाई का प्रयोग नहीं किया गया बल्कि इसे कमरे में रख कर ही पका लिया गया।
उसने षौक से इस फसल को मार्केट में बेचने की बजाय अपने दोस्त मित्रों, परिजनों व पड़ोसियों में बांट दिया। ऐसे में अब मल्लिका आम की फसल मंडी षहर में भी तैयार होने लगी है जो एक अच्छी षुरूआत हो सकती है। इसकी कलम दूसरे फल उत्पादक भी ले जाकर इसे बढ़ावा दे सकते है।