संवाददाता अमित कुमार शाहतलाई
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं नयनादेवी विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामलाल ठाकुर ने प्रधानमंत्री के उस वक्तव्य पर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सौगंध मुझे इस माटी की मैं देश नहीं बिकने दूंगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कई सरकारी कंपनियों में हिस्सा बेच चुकी है। इसके अलावा एलआईसी सहित कुछ कंपनियों में हिस्सा बेचने की तैयारी है, जबकि कुछेक अन्य कंपनियों में आने वाले समय मे हिस्सा बेचा जाएगा।
ऐसे में केंद्र सरकार के मंत्री यह कि कह चुके हैं कि 20 सीपीएसई (केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्रक उद्यम) और उनकी इकाइयों में हिस्सेदारी बेची जाएगी और इसके अतिरिक्त छह कंपनियों को बंद करने पर विचार हो रहा। उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा कि केंद्र सरकार अगर हिस्सेदारी बेच कर विनिवेश की नीति फॉलो कर रही तो इससे नुकसान तो देश का हो रहा है और देश की आमजनता का हो रहा है, जिससे एक तो लोग बेरोजगार हो रहे हैं और देश की कंपनियों की नियंत्रण निजी हाथों ने जा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा है कि क्यों नीति आयोग ने वर्ष 2016 में 34 विनिवेश (कंपनियों में हिस्सेदारी बेचना) मामलों को मंजूरी दी गई थी और दूसरी तरफ नीति आयोग के अध्यक्ष देश के प्रधानमंत्री कह रहे है कि मैं देश नहीं बिकने दूंगा।
क्यों सीपीएसई को बंद करने पर विचार या लिटिगेशन में हैं उनमें हिंदुस्तान फ़्लोरोकार्बन लिमिटेड, स्कूटर इंडिया, भारत पंप्स एंड कंप्रेशर्स लिमिटेड, हिंदुस्तान प्रीफैब, हिंदोस्तान न्यूज प्रिंट और कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड शामिल को बंद करने की बात की जा रही है और जो यूनिट्स लेनदेन या बेचे जाने की प्रक्रिया में हैं, उनमें प्रोजेक्ट एंड डेवलपमेंट इंडिया लिमिटेड, इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट (इंडिया) लिमिटेड, ब्रिज एंड रूफ सीओ इंडिया लिमिटेड, सीमेंट कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (सीसीआई), फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड और एनएमडीसी का नगरनार स्टील प्लांट शामिल है। राम लाल ठाकुर ने कहा कि मैंने यह बात तथ्यों पर आधारित आंकड़ो पर रखी है और देश को नहीं बिकने देने वाली बात का स्पष्टीकरण भाजपा के नेताओं को देना होगा कि आखिर कब तक आप देश की जनता के आगे झूठ बोलोगे।