चमन ठाकुर चंबा
चंबा जिला की भलई पंचायत के बंबेउ गांव के बहुत से लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभ नहीं मिल पा रहा है। यहां के इस गरीब ग्रामीण की बात करें तो इस घर में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ी हुई हैं और यह घर कभी भी जमींदोज हो सकता है। हल्के से भूकंप के झटके यहां पर काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। आपको बता दें कि इनके घर तक पहुंचने वाले रास्ते की भी हालत इतनी खराब है कि बरसात के दिनों में इस कीचड़ भरे रास्ते से पैदल तक नहीं चला जा सकता है। पंचायत भलेई के गांव बंबेउ की बात करे जंहा भी देखा जाये वंहा पर खतरे सिवा और कुछ भी दिखाई नहीं देता है। इस गांव के आसपास खेतों में बिजली की तारे बिजली के खंभों से लटक कर जमीन को छू रही है ऐसे में अगर कोई बच्चा या बूढ़ा गलती से भी बिजली की नंगी तारों को छू लेता है तो उसका क्या अंजाम हो सकता है इसका अंदाजा लगाना कोई मुश्किल बात नहीं है।
आंखो में मायूसी और दिल में बेचैनी लिए यह 95 वर्षीय वृद्ध महिला हिमाचल प्रदेश चम्बा जिला की भलई पंचायत के बंबेउ गांव की रहने वाली है। इस वृद्ध महिला का एक बेटा और उसकी बहू जोकि इस टूटे फूटे मकान में जीवन यापन करने को मजबूर है। बताते चले कि इस वृद्ध महिला ने जैसे तैसे इस मकान को अपने बल बुते पर तो बना लिया पर अभी हुई थोड़ी सी बरसात के चलते इनके मकान में दरारे आ गई है। जिस कारण इनका मकान कभी भी गिर सकता है। हालंकि इस गरीब परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कोई लाभ नहीं मिला है। इसको लेकर इस परिवार ने कई मर्तवा अपने पंचायत प्रधान को लिखित और मौखिक भी बताया पर प्रधान साहिब तो प्रधान जिला प्रशासन ने भी इनकी कोई फरियाद नहीं सुनी।
अपनी दुःख भरी दास्ता को सुनाते हुए इस वृद्ध महिला ने बताया कि पहले तो सरकार ने हमे सब कुछ दिया पर अब सब कुछ स्माप्त हो चुका है। इन्होने बताया कि अभी दौर में हमारा घर गिरने की कगार पर है इसको अपने व मवेशियों के लिए मकान बनाने के लिए सरकार हमारी मदद करे और हमें कुछ नहीं चाहिये। पूछने पर इस वृद्ध महिला ने बताया कि इसके लिए हमने कई बार अपने पंचायत प्रधान को भी बताया पर किसी ने हमारी फरियाद को नहीं सुना।
इस घर में रह रहे लोगों ने बताया कि उनके घर में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ी हुई हैं काफी पुराना हो चुका है। उन्होंने बताया की सरकारी योजना के तहत मकान के लिए उन्होंने काफी बार गुहार लगाई थी लेकिन उनकी समस्या का अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि उनके घर के आसपास बिजली की तारे इतनी नीची है कि खेत में काम करते समय कभी भी वहां कोई बड़ा हादसा हो सकता है। साथ ही घर में पहुंचने के लिए सड़क की हालत ठीक नहीं है। उन्होंने एक बार फिर सरकार से आग्रह किया है कि उनके लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना के तहत कोई मदद की जाए साथ ही यहां के रास्तों की हालत को सुधारा जाए ताकि वह अपने बाल बच्चों के साथ चैन के साथ अपने घर में रह सकें।