कुछ दिन पहले बैंकिंग से जुड़ी तीन खबरें लोगों को परेशान करने वाली थीं। पहली ये कि कुछ बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के लिए अपने चार्ज बढ़ाने का निर्णय किया है। दूसरी जनधन खातों से हर नकद निकासी पर 100 रुपये चार्ज किए जाएंगे और तीसरी बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के लिए अपने चार्ज बढ़ा दिए हैं I
इन तीनों खबरों में किए गए दावों को पीआईबी फैक्ट चैक ने गलत बताया है। पीआईबी ने ट्वीट करके इस बारे में जानकारी दी है। बता दें कि पीआईबी भारत सरकार की नीतियों, कार्यक्रम पहल और उपलब्धियों के बारे में समाचार-पत्रों व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को सूचना देने वाली प्रमुख एजेंसी है।
पीआईबी ने सलाह दी है कि कोरोना संकट की घड़ी में ही नहीं, देश में जब भी खराब हालात बनते हैं, तब ऐसी फेक न्यूज सोशल मीडिया में प्रसारित होती हैं। पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने ट्विटर अकाउंट से कुछ इस तरह ट्वीट किया है।
पहला ट्वीट :- दावा: एक मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि जनधन खातों से हर नकद निकासी पर 100 रूपए चार्ज किये जायेंगे। यह दावा गलत हैI
जनधन खातों की मुफ्त बैंकिंग सेवाओं के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाता हैI इस सन्दर्भ में आर बी आई के दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाता है।
दूसरा ट्वीट:- एक मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि कुछ बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के लिए अपने चार्ज बढ़ाने का निर्णय किया हैI
यह दावा गलत हैI उक्त बैंकों ने बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के चार्ज बढ़ाने का कोई निर्णय नहीं लिया है I
तीसरा ट्वीट:-: एक मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के लिए अपने चार्ज बढ़ा दिए हैं I
पीआईबी फैक्ट चैक यह दावा गलत है I बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने सूचित किया हैI कि बचत खातों में नकद जमा व नकद निकासी के चार्ज बढ़ाए नहीं गए हैं I
ऐसी किसी भ्रामक खबर की यहां करें शिकायत :- बता दें कि सरकार से जुड़ी कोई खबर सच है या फर्जी, यह जानने के लिए पी बी आई की मदद ली जा सकती है। कोई भी व्यक्ति पीआईबी फैक्ट चैक को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या यूआरएल वॉट्सऐप पर भेज सकता है या फिर पि आई वी पर मेल कर सकता है।