शिमला:- हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में रेलवे लाइन (Rail Line) का विस्तार होगा। भारत-चीन तनाव के बाद अब सूबे में रेलवे विस्तार को लेकर हलचल तेज की गई है। भानुपल्ली बिलासपुर-मनाली-लेह (Bilaspur-Leh Rail line) रेललाइन को लेकर मंथन हुआ है। हिमाचल प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेलवे परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सामरिक दृष्टि से प्रदेश में रेलवे लाइन का विस्तार करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण 475 किलोमीटर लंबी भानुपल्ली-बिलासपुर-मनाली-लेह रेलवे लाईन के लिए अंतरराष्ट्रीय ऐजेंसी ने सेटेलाईट इमेज प्रणाली द्वारा 22 सर्वे करवाए गए हैं। विश्व की सबसे ऊंची इस रेलवे लाईन पर 30 रेलवे स्टेशन बनाए जाने प्रस्तावित हैं। इस रेललाइन के लिए रडार की मदद से भी सर्वेक्षण किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को इस रेललाइन के लिए भूमि अधिग्रहण सहित शीघ्र ही अन्य सभी औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए।
विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे लाईन पर मलबा गिरने की घटनाओं को रोकने के लिए परिवहन मंत्री ने रेलवे और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सभी सुरक्षा इंतजाम जैसे पैरापिट व बाउंड्री वाल बनाना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऊना-तलवाड़ा रेलवे लाईन के लिए भूमि अधिग्रहण और वन विभाग से जुड़ी औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा किया जाए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुरानी रेलवे लाईन की मुरम्मत कार्य सहित सुरक्षा की दृष्टि से सूखे पेड़ों को काटने की प्रक्रिया को भी समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए। रोपवे एंड रेपिड ट्रासपोर्ट सिस्टम डवेल्पमेंट काॅरपोरेशन (आरपीडीसी) के मुख्य महाप्रबन्धक अजय शर्मा ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। बैठक में प्रधान सचिव परिवहन के.के पंत सहित रेलवे विभाग, संबंधित जिला उपायुक्त, वन विभाग तथा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी भी उपस्थित थे।