skip to content

मेडिकल कॉलेज नाहन में करोना संक्रमित मरीजों की लापरवाही को लेकर मामला आया सामने !

Updated on:

sfrwi 23





ब्यूरो 
नाहन :- डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में करोना से संक्रमित मरीजों को लेकर अवयवस्था का एक और मामला सामने आया है । यहां पांवटा साहिब के पार्षद धनवीर कपूर और उनके परिवार का इलाज करने में प्रशासन असमर्थ साबित हुआ है। यह आरोप प्रदेश कांग्रेस कमेटी महासचिव अनिंद्र सिंह नौटी ने रविवार को जारी बयान में लगाए। उन्होंने कहा कि दो सप्ताह पहले भी जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया गया था कि नाहन स्थित मेडिकल कॉलेज में कोविड मरीजों की इलाज के लिए अलग से एक वार्ड की व्यवस्था की जाए ताकि मरीजों को अन्य राज्यों में धक्के ना खाने पड़े। मगर  प्रदेश सरकार, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन इस मामले में मूकदर्शक बना रहा।

उन्होंने कहा कि  जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने नाहन में आयुष कोविड हॉस्पिटल नाम से एक व्यवस्था करके अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली जो कि किसी तरह से भी गंभीर करोना पेशेंट के इलाज में सक्षम नहीं है। हालिया घटना से यह साबित भी हो गया। उन्होंने कहा कि पार्षद तो अपने खर्चे पर परिवार का इलाज कराने के लिए दूसरे राज्य में जाने के लिए सक्षम थे। मगर यही अगर किसी गरीब परिवार के साथ हुआ होता तो उनकी जान पर आ बनती और क्या हालत उस परिवार की होती इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

जिले में व्यवस्था का आलम यह है कि करोना से संक्रमित मरीजों के लिए बिस्तरों की इतनी कमी है कि लगभग सभी मरीजों को घरों में ही क्वारंटाइन होना पड़ रहा है। इनमें अगर किसी की भी तबीयत बिगड़ती है तो प्रशासन के पास उसके लिए कोई भी जरूरी उपाय और व्यवस्था नहीं है। करोना संक्रमण से निपटने के लिए जो करोड़ों रुपया जिला में आया है उसको कहां खर्च किया गया यह आम जनता की समझ से परे है। बार-बार आग्रह करने के बावजूद भी और अनेक संस्थाओं द्वारा इस विषय को प्रशासन तथा सरकार के संज्ञान में लाने पर भी अभी तक सरकार सोई हुई है। माननीय हाईकोर्ट के दिशा निर्देशों की भी धज्जियां सरकार ने उड़ाई हैं।

नौटी ने कहा कि सरकार का ध्यान फिल्म अभिनेत्रियों को सुरक्षा उपलब्ध करवाने में अधिक है और गरीबों का इलाज करवाने की व्यवस्था करने में कम। हिमाचल प्रदेश में करोना से संक्रमित मरीजों की मृत्यु का आंकड़ा भी दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द उचित कदम उठाने चाहिए और इसका विस्तृत ब्यौरा जनता और विधानसभा के समक्ष रखना चाहिए।

Leave a Comment