संवाद सहयोगी
हिमाचल में होने वाले पंचायती राज चुनाव में जीत हासिल करने की खातिर राजनीतिक दलों ने फर्जीवाड़ा करना भी शुरू कर दिया है। नगर परिषद हमीरपुर में जहां एक ही परिवार में 122 लोगों के मत पहचान पत्र बना दिए, वहीं कुल्लू नगर परिषद में रातोंरात 200 लोगों की बस्ती ही बसा दी। हमीरपुर में 3 पार्षदों ने तहसीलदार के समक्ष आपत्तियां दर्ज करवाईं हैं, वहीं कुल्लू में भी लोगों ने बस्ती के विरोध में तहसीलदार के पास शिकायत दर्ज करवा दी है।
जानकारी के अनुसार हमीरपुर नप के वार्ड 9 में एक ही घर में 122 लोगों के मत पहचान पत्र बनाए गए, जबकि वार्ड 10 में एक घर में 39 से अधिक मतपत्र बनाए हैं। वार्ड 6 में एक ही घर में 32 फर्जी मतदाता पत्र बनाए हैं। इससे मतदाता सूचियां बनाने वाले कर्मचारियों पर भी सवाल हैं।
वार्ड तीन के पार्षद अनिल सोनी, वार्ड 6 के पार्षद अश्वनी शर्मा, मनोनीत पार्षद संदीप भारद्वाज और पूर्व पार्षद अजय शर्मा ने तहसीलदार हमीरपुर के समक्ष आपत्ति दर्ज करवाई है। तहसीलदार अशोक पठानिया ने बताया कि अपात्रों को सूची से बाहर किया जाएगा। उधर कुल्लू नप में फर्जी वोटरों के लिए रातोंरात 200 लोगों की बस्ती बसाने के आरोप लग रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इसका वीडियो वायरल हुआ है।
विभिन्न संगठनों और कुछ वर्तमान पार्षदों ने मामला चुनाव आयोग और उपायुक्त कुल्लू के समक्ष उठाया है। बुधवार को पूर्व नप अध्यक्ष ऋषभ कालिया की अगुवाई में शहर वासियों ने उपायुक्त को ज्ञापन भी सौंपा। इसमें फर्जी वोटरों के नाम सूची से हटाने की मांग की है। कालिया ने कहा कि मंगलवार रात वार्ड नौ में रहने वाले बाहरी राज्यों के करीब 200 लोगों को वार्ड छह में बसाया गया है।
जनता ने जवाब मांगा है कि लॉकडाउन में प्रवासियों को राशन वितरित किया था, तो क्या उस समय भी यह बस्ती यहां थी। वार्ड नौ के पार्षद तरुण विमल ने कहा कि बाहरी राज्यों से आए लोगों के फर्जी कागजों के आधार पर वोट बनवाने का प्रयास किया जा रहा है। इस पर डीसी डॉ. ऋचा वर्मा ने कहा कि शिकायत मिली है। इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं।