ब्यूरो
अभिभावकों के मोबाइल पर पहुंचाएगा। पहले कक्षा आठवीं तक के छात्रों के लिए ही यह सुविधा मुहैया करवाई गई थी, लेकिन अब जमा दो तक के आठ लाख छात्रों के अभिभावकों के मोबाइल छात्रों की कक्षाओं से लेकर उनके रिजल्ट तक की परफॉर्मेंस मोबाइल में पहुंचाई जाएगी। गुरुवार को शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने संवाद पोर्टल को लांच किया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि ई-पीटीएम का प्रथम चरण चार अगस्त से सात अगस्त तक आयोजित किया गया और इस कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए अब ई-पीटीएम के दूसरे चरण की शुरुआत की जा रही है, जो पूरे प्रदेश में 16 से 19 अक्तूबर तक चलेगा।
उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में 48 हजार अध्यापकों के सहयोग से 92 प्रतिशत अभिभावकों को ई-पीटीएम से जोड़ा गया। उन्होंने कहा कि ई-पीटीएम के माध्यम से संवाद स्थापित कर अध्यापक और विद्यार्थी सूक्ष्म योजनाएं बनाएं और उनका सफलतापूर्वक कार्यान्वयन सुनिश्चित करें। इन सूक्ष्म योजनाओं में कोरोना से बचाव संबंधी शपथ को भी शामिल किया जाएगा और सरल सावधानियों जैसे सामाजिक दूरी, फेस मास्क पहनना अपने हाथों को साफ रखने के बारे में चर्चा की जाए। उन्होंने कहा कि ई-पीटीएम को सफल बनाने में सभी अभिभावक अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम को विस्तार प्रदान करते हुए अब जिला किन्नौर की उच्चतर कक्षाओं के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। वर्तमान में लगभग तीन लाख 50 हजार विद्यार्थी ही ई-संवाद कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं।
सरकारी स्कूलों में शुरू होगी ई-पीटीएम
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शुक्रवार से ई-पीटीएम का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान करीब 48000 शिक्षक 700000 अभिभावकों के साथ संवाद करेंगे। 16 से 19 अक्तूबर तक होने वाली पीटीएम में गत दिनों हुई फर्स्ट टर्म परीक्षाओं के नतीजों को अभिभावकों के साथ साझा किया जाएगा। कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जागरूक करने के टिप्स भी दिए जाएंगे। शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने गुरुवार को यू-ट्यूब के माध्यम से किए गए संवाद के दौरान ई-पीटीएम की शुरुआत की।