ब्यूरो
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक बार फिर से सियासी सरगर्मियों तेज हुई है और सियासी बयार में बदलाव के संकेत मिले हैं। हाशिये पर चल रहे भाजपा अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा ने अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा उनके पिता को प्रताड़ित कर रही है और अगर मंडी सदर से कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ सकते हैं।
आश्रय शर्मा ने कहा कि अक्सर एक तरह की ह्यूमन टैंनडेंसी रहती कि किसी शख्स को मान सम्मान ना मिले तो वह दूसरा रास्ता चुनता है ! हालांकि, उन्होंने कहा कि उनके पिता सदर सीट से कांग्रेस की सीट पर चुनाव लड़ेंगे या फैसला तो भविष्य में होगा, लेकिन कांग्रेस हाईकमान पहले ही कह चुका है कि अनिल शर्माका पार्टी में स्वागत है। आश्रय शर्मा ने बातचीत में कहा कि वह सदर से चुनाव नहीं लड़ेंगे।
भाजपा पिता को बाहर निकाले: आश्रय
आश्रय ने कहा कि दो साल से अनिल शर्मा पर कार्रवाई नहीं हुई है और भाजपा से निष्कासन की कार्रवाई तो करके दिखाएं। आश्रय ने कहा कि तीन सालों में सीएम जयराम ने सदर का विकास नहीं किया। वहीं, मंडी में सीएम जब भी आते हैं तो उनके पिता को प्रॉटोकॉल के तहत किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाता है।इस तरह से उन्हें प्रताड़ित किया जाता है, जबकि वह जनता के चुने हुए सदस्य हैं।
बता दें कि सुखराम परिवार एक दम से मंडी में फिर से सक्रिय हुआ है। अहम बात यह है कि राजीव शुक्ला से पर्दे के पीछे अनिल शर्मा की मुलाकात हुई है। राजीव शुक्ला पंडित सुखराम और अनिल शर्मा के घर पर लंच पर आए थे। इस दौरान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर समेत दूसरे सीनियर नेता भी मौजूद थे।
बेटे आश्रय शर्मा के लोकसभा चुनाव में मंडी से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने के बाद से ही अनिल शर्मा भाजपा में हाशिये पर हैं। उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। अब वह भाजपा के विधायक तो हैं, लेकिन पूरी तरह से दरकिनार हैं। इसी सप्ताह उन्होंने लंबे समय बाद मीडिया से बातचीत में प्रदेश सरकार और सीएम जयराम पर हमला बोला था. अब ऐसे में राजीव शुक्ला के मंडी दौरे के बाद कयासों का दौर भी शुरू हो गया कि क्या अनिल शर्मा कांग्रेस का दामन थामेंगे?