ब्यूरो :-
कोरोना काल में जहां स्कूल-कॉलेज अभी तक नहीं खुले हैं वहीं ऑनलाइन क्लास का नया चलन शुरु हुआ है. ऐसे में देशभर के तमाम स्कूल-कॉलेज बच्चों को ऑनलाइन माध्यम से ही पढ़ा रहे हैं. हिमाचल प्रदेश से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां जेल में बंद एक कैदी बोर्ड परीक्षा में बैठने जा रहे स्टूडेंट्स को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ा रहा है। पिछले साल उन्होंने एक स्थानीय कोचिंग सेंटर में युवाओं को पढ़ाना शुरू किया था उसके बाद वह अब 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को आनलाइन विज्ञान विषय की पढ़ाई करवा रहे है। इस काम के लिए उन्हें सालाना आठ लाख रुपये मिलते है।
इसके साथ वह जेल विभाग की भर्ती परीक्षा के लिए भी एक सॉफ्टवेयर तैयार कर चुका है वहीं, जेल विभाग भी उनसे कई बार तकनीकी सहायता ले चुके है।
क्या था मामला
शिमला में 2010 में इस युवक पर आइआइटी दिल्ली में पढ़ रही 22 वर्षीय लड़की की हत्या का आरोप लगा। दरअसल IIT में पढ़ रही लड़की उसकी प्रेमिका थी और इनदोनों ने साथ में मिलकर खुदकुशी करने की कोशिश की जिसके दौरान उसकी प्रेमिका की तो मौत हो गई परन्तु वह बच गए प्रेमिका की हत्या के मामले में उसे उम्रकैद की सजा हो गई। दोषी पाए जाने पर उत्तर प्रदेश के गौंडा जिला निवासी युवक अब हिमाचल में उम्र कैद की सजा काट रहा है।