ब्यूरो
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीजी फस्र्ट ईयर में मैरिट के आधार पर ही दाखिले होंगे। छात्र संगठनों के विरोध के बावजूद पीजी एंट्रेंस एग्जाम एचपीयू इस बार नहीं करवाएगा। स्नातकोत्तर स्तर के कोर्सेज में दाखिला मैरिट के आधार पर ही दिया जाएगा। स्नातक स्तर पर प्राप्त अंकों के आधार पर मैरिट तैयार कर विद्याॢथयों को स्नातकोत्तर स्तर के कोर्सेज में प्रवेश प्रदान किया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय ने प्रवेश नोटिस जारी कर दिया है। विद्याॢथयों को एडमिशन पोर्टल पर जाकर अपने अंक अपलोड करने होंगे। अंक अपलोड होने के बाद विवि विषयवार प्रथम सेमेस्टर की मैरिट सूची जारी करेगा। विश्वविद्यालय द्वारा जारी एडमिशन नोटिस के अनुसार 20 अक्तूबर तक स्नातक कक्षा के अंकों को अपलोड करना होगा।
20 अक्तूबर तक स्नातक कक्षा के अंकों की मैरिट जारी होगी। 27 व 28 अक्तूबर को ऑनलाइन काउंसिलिंग होगी। 31 अक्तूबर तक उम्मीदवारों को स्नातकोत्तर स्तर के कोर्सेज में प्रवेश के लिए फीस जमा करवानी होगी। फीस जमा करवाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दो नवंबर को विश्वविद्यालय प्रशासन उम्मीदवारों की वेटिंग लिस्ट जारी करेगा। इसके बाद शेष सीटों के लिए पांच नवंबर तक फीस जमा करवाई जा सकेगी। इसके पश्चात नॉन सबसिडाइज्ड सीटों के लिए काउंसिलिंग छह नवंबर को आयोजित होगी और 10 नवंबर तक नॉन सबसिडाइज्ड सीटों के लिए उम्मीदवार फीस जमा करवा सकेंगे। एचपीयू ने कोविड की वजह से एंट्रेंस न करवाने का फैसला लिया है। प्रदेश विवि ने पीजी के एंट्रेंस के बिना शुरू करने का शेड्यूल तैयार किया है। एचपीयू प्रशासन का कहना है कि अगर अब वह पीजी की परीक्षाओं को करवाते हैं, तो इससे समय काफी लग जाएगा। वहीं नवंबर तक भी छात्रों के एंट्रेंस का रिजल्ट निकालना संभव नहीं होगा, जिससे कि यूजीसी की गाइडलाइन का पालन नहीं होगा।