ब्यूरो : सोलन पशु पालन विभाग के उपनिदेशक बीबी गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में विदेशी पक्षियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। पशु पालन विभाग बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट है। बर्ड फ्लू की जांच के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रोजाना पक्षियों की रैंडम सैंपलिग की जा रही है।

 

हाल ही में केरल में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने लगे है। जिसके बाद हिमाचल प्रदेश में भी पशुपालन और वन विभाग को अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षा को देखते हुए सोलन जिला में पक्षियों के सैंपल लेकर जांच भी शुरू कर दी गई है। नालागढ़, कसौली और सोलन खंड में पक्षियों और मुर्गे-मुर्गियों के सैंपल लेकर जांच के लिए जालंधर भेजे गए हैं। पशु पालन विभाग की टीमें पोल्ट्री फार्मों में जाकर भी सैंपल इकठा कर रही हैं। अभी तक जांच में सभी पक्षी सामान्य पाए गए हैं।

 

हर वर्ष सर्दी के मौसम में बाहरी राज्यों और अन्य देश से पक्षी प्रदेश पहुंचते हैं। ये पक्षी झरनों, नदी-नालों सहित पौंग और रेणुका झील वाले क्षेत्रों में रहना पसंद करते हैं। बाहरी पक्षियों के अतिक्रम में यह देखने को मिला है सोलन में कम ही विदेशी पक्षी पहुंचते हैं, फिर भी पशुपालन विभाग ने पक्षियों की जांच शुरू कर दी है। यह रैंडम सैंपलिंग कर 15-15 दिन के बाद की जा रही है। सैंपल जाँच के लिए जालंधर लैब को भेजे जा रहे हैं। वन्य प्राणी विहार रेणुका के आरओ नंदलाल ठाकुर ने बताया कि रेणुका वेटलेंड में बर्ड फ्लू की आशंका न के बरोबर है। अगर आवश्यकता पड़ी तो ही पक्षियों के सैंपल लिए जाएंगे। पशु पालन विभाग ऊना के उप निदेशक डॉ. जय सिंह सेन ने मुर्गी पालकों और लोगों से अपील की है कि प्रवासी पक्षियों से फ्लू का वायरस पालतू मुर्गियों में न फैले, इसके लिए सावधानी बरतें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here