आधुनिक युग में लोगों के लिए नींद सही समय पर नहीं आना ये फिर सुबह जल्दी उठना एक बड़ी समस्या दिन प्रतिदिन बनती जा रही है। बहुत से लोगों की एक समस्या यह भी हो सकती है कि दिन भर काम की भाग दौड़ से शाम को थके हारे आते है या फिर ऑफिस की स्ट्रेस के चलते वह रत को सही समय पर उन्हें नींद नहीं आती है और इसके खाएं वह सुबह जल्दी उठते है। अगर इस परेशानी की बात करें तो यह युवाओं के साथ – साथ बड़ी उम्र के लोगों के बीच ये समस्या आम हो गई है। अगर एक इंसान को सही जीवन जीना है तो उसके लिए नींद का आना भी बहुत जरूरी है। ऐसे में अगर आप एक अच्छी नींद नहीं लेते तो शरीर और मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। लोग नींद के लिए दवाएं तक खाते हैं। इस तरह की दवाओं से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।

नींद की समस्या से अगर आप भी परेशान हैं और दिन भर के काम के बाद भी रात में सो नहीं पाते हैं तो हम आपको बताते है कि आपको सही नींद लेने के लिए क्या करना है।

अगर आप भी इस समस्या से है परेशान तो आप योगासन करके भी इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। । सोने से पहले मात्र 15 मिनट आप योगासन करके नींद की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इससे आपके दिमाग के स्लीपिंग हार्मोन भी बढ़ जाते हैं।

तो चलिए हम आपको बताते है कि आपको कौन से योगासन करने चाहिए।

बालासन : इस आसन से आपका दिमाग शांत होता है। इसे करने के लिए मैट पर वज्रासन पोज में बैठ जाएं। सांस को अंदर लेते हुए दोनों हाथों को सीधा सिर के ऊपर ले जाएं। अब सांस बाहर छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। इस दौरान हथेलियों और सिर को जमीन पर टिका लें। फिर सांस अंदर लेते और छोड़ते हुए उंगलियों को आपस में जोड़ते हुए सिर को दोनों हथेलियों के बीच में धीरे से रखें।

शलभासन: शलभासन का नियमित रूप से अभ्यास करने से शरीर स्वस्थ रहता है और इससे बड़ी बड़ी बीमारियों से बचा जा सकता हैं। योग की अनेक मुद्रा हैं, जिसमें ‘शलभासन’एक प्रमुख आसन है। इस आसन से हमारे शरीर की मांसपेशिया मजबूत (Strong Muscles) होती हैं और पीठ दर्द (Back Pain) जैसी समस्या को दूर किया जा सकता हैं।

शलभासन एक संस्कृत भाषा का शब्द है, जो दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें पहले शब्द “शलभ” का अर्थ “टिड्डे या कीट (Locust )” और दूसरा शब्द आसन का अर्थ होता है “मुद्रा”, अर्थात शलभासन का अर्थ है टिड्डे के समान मुद्रा होना।

इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेट कर दोनों हथेलियों को जांघों के नीचे रखें। अब दोनों पैर की एड़ियों को आपस में जोड़करपंजे को सीधे रखें। धीरे-धीरे पैरों को ऊपर उठाने की कोशिश करें। गहरी सांस लें इसी अवस्था में कुछ देर रहें।

शवासन : इस आसन से आपकी तंत्रिका तंत्र शांत होती है और सभी थकी हुई मांसपेशियों व कंधों को आराम मिलता है। शवासन करने के लिए पीठ के बल लेटकर दोनों पैरों के बीच एक फीट की दूरी पर फैला लें। अब पैरों के पंजे की तरफ शरीर को ढीला छोड़ते हुए आराम से सांस लें और पूरा शरीर ढीला छोड़ दें।

उत्तानासन : उत्तानासन करने से आपको आपको जल्द नींद पर फर्क दिखने लगेगा। उत्तानासन करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं। दोनों हाथों को लंबी सांस लेते हुए ऊपर की ओर ले जाते हुए सांस छोड़ें और फिर हाथों को नीचे जमीन की ओर ले जाएं। इस दौरान पैरों के अंगूठे को छूने की कोशिश करें।

 

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